प्रयागराज(उत्तर प्रदेश):- महाकुंभ मेला 2025 प्रयागराज में चल रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। यह स्नान महाकुंभ मेले के सबसे महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक है जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। महाकुंभ मेला हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जो हर 12 वर्षों में आयोजित किया जाता है। यह त्योहार प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नाशिक में आयोजित किया जाता है जो हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान जो महाकुंभ मेले के सबसे महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक है। इस स्नान में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, जो अपने पापों को धोने और आत्मिक शुद्धि प्राप्त करने के लिए आते हैं।महाकुंभ मेला 2025 प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण आयोजन होंगे जिनमें पवित्र स्नान, संतों की पेशवाई और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे।
महाकुंभ मेले का महत्व
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो हर 12 वर्षों में आयोजित किया जाता है। यह त्योहार प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नाशिक में आयोजित किया जाता है, जो हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक हैं।
महाकुंभ मेले का महत्व इस प्रकार है:
– आत्मिक शुद्धि” महाकुंभ मेले में पवित्र स्नान करने से आत्मिक शुद्धि प्राप्त होती है।
–पापों का धोना: महाकुंभ मेले में पवित्र स्नान करने से पापों का धोना होता है।
–सांस्कृतिक महत्व: महाकुंभ मेला हिंदू धर्म के सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है।
– आध्यात्मिक महत्व:महाकुंभ मेला हिंदू धर्म के आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है।