नई दिल्ली:- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों पर अनुशासन सख्त करने के लिए नए नियम लागू किए हैं। बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की प्रोफेशनल और व्यक्तिगत गतिविधियों पर नियंत्रण करने के लिए 10 नियमों की सूची जारी की है।
नए नियमों के मुख्य बिंदु:
विज्ञापन प्रतिबंध:
खिलाड़ियों को सीरीज के दौरान किसी भी प्रकार के विज्ञापन शूट करने की अनुमति नहीं होगी। सीरीज से पहले या बाद में ही विज्ञापन से जुड़े काम किए जा सकते हैं।
घरेलू क्रिकेट में भागीदारी जरूरी:
यदि कोई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलना चाहता तो उसे इसकी वजह स्पष्ट करनी होगी और सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से लिखित अनुमति लेनी होगी।
पारिवारिक टूर पर नियंत्रण:
खिलाड़ी अब केवल सीमित समय के लिए परिवार को दौरे पर ले जा सकेंगे। बीसीसीआई ने इसके लिए एक तय अवधि निर्धारित की है।
फिटनेस टेस्ट अनिवार्य:
सभी खिलाड़ियों के लिए यो-यो टेस्ट और डेक्सा स्कैन अनिवार्य होगा। फिटनेस के बिना किसी को टीम में चयनित नहीं किया जाएगा।
संवाद और सोशल मीडिया पर पाबंदी:
खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर अनुशासन बनाए रखने और विवादित बयान देने से बचने की सख्त हिदायत दी गई है।
सीरीज के दौरान मीडिया इंटरव्यू पर रोक:
किसी भी खिलाड़ी को सीरीज के दौरान मीडिया इंटरव्यू देने की अनुमति नहीं होगी।
अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई:
खिलाड़ियों के अनुशासन का उल्लंघन करने पर सख्त दंड दिया जाएगा।
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की समीक्षा:
खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का वार्षिक पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
ऑफ-सीजन ट्रेनिंग जरूरी:
खिलाड़ियों को ऑफ-सीजन में बोर्ड द्वारा निर्धारित ट्रेनिंग प्रोग्राम का पालन करना होगा।
प्रोफेशनल एजेंडा की जानकारी:
खिलाड़ियों को बोर्ड को अपने किसी भी अन्य प्रोफेशनल एंगेजमेंट की जानकारी पहले से देनी होगी।
बीसीसीआई का यह कदम टीम के प्रदर्शन को सुधारने और खिलाड़ियों के अनुशासन को बनाए रखने के लिए लिया गया है। खासतौर पर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों पर इसका खास असर पड़ेगा। इन नियमों के लागू होने से भारतीय क्रिकेट टीम का अनुशासन और प्रदर्शन दोनों बेहतर होने की उम्मीद है।