वाशिंगटन(अमेरिका):-अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में घोषणा की है कि वह विदेशी टैरिफ एकत्र करने के लिए एक नई एजेंसी बनाएंगे जिसे उन्होंने ‘बाहरी राजस्व सेवा‘ नाम दिया है। यह एजेंसी अमेरिका में आयातित सामानों पर लगाए जाने वाले टैरिफ को इकट्ठा करेगी।ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक बयान में कहा “हम उन लोगों से शुल्क लेना शुरू करेंगे जो हमारे साथ व्यापार करके पैसा कमाते हैं और वे शुल्क देना शुरू कर देंगे“। उन्होंने आगे कहा कि यह एजेंसी अमेरिका के आंतरिक राजस्व सेवा की तरह काम करेगी जो देश के अंदर से राजस्व इकट्ठा करती है।
ट्रम्प की इस घोषणा का मकसद विदेशी देशों से अधिक राजस्व प्राप्त करना है और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है। हालांकि उनकी इस योजना को लेकर कई विशेषज्ञों और विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं।विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प की इस योजना से अमेरिकी उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है और देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि ट्रम्प की इस योजना को लागू करने के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता होगी जो कि एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है।
इस बीच ट्रम्प की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया है और कई व्यापारिक संगठनों ने चिंता व्यक्त की है कि ट्रम्प की इस योजना से व्यापार और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।कुल मिलाकर ट्रम्प की ‘बाहरी राजस्व सेवा’ योजना एक विवादास्पद मुद्दा है जिस पर अमेरिकी राजनीति और अर्थव्यवस्था में बहुत सारे लोगों की नजर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रम्प की इस योजना को लागू करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं और इसके परिणाम क्या होते हैं।