प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हर साल हजारों श्रद्धालु अपनी आस्था और भक्ति का प्रदर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन इस बार कुंभ मेला साधु-संतों के कुछ ऐसे अनोखे रिवाजों और आदतों को लेकर चर्चा में है जो सैलानियों को हैरान कर रहे हैं। महाकुंभ में हर साधु और संत का अपना एक खास तरीका और जीवनशैली होती है।
कुछ संत ऐसे हैं जिन्होंने वर्षों से जमीन पर बैठने का संकल्प लिया है। इनमें से एक संत ने बताया कि वे पिछले 8.5 साल से जमीन पर नहीं बैठे हैं। उनका मानना है कि यह उनका तप है जो उनके साधना और संकल्प को प्रकट करता है। उनका दावा है कि इस दौरान उन्होंने कोई भी शारीरिक आराम नहीं लिया और हर पल भगवान की भक्ति में रत रहे।
वहीं कुछ संतों ने अपनी एक और अजीब आदत के बारे में बताया। इनमें से एक संत ने पिछले कई वर्षों से अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं किया। उनका कहना है कि उन्होंने अपने हाथों से किसी भी चीज को छुआ नहीं है यह उनका तप और आस्था का हिस्सा है।
महाकुंभ में इस तरह की अजीबो-गरीब आदतें और रिवाज न केवल भक्तों के लिए आस्था का प्रतीक हैं बल्कि यह भी साबित करते हैं कि सनातन धर्म में तप और साधना का क्या महत्व है। कुंभ के इन अनोखे संतों की जीवनशैली उनके धार्मिक और मानसिक अनुशासन को दर्शाती है जिसे देखकर लोग प्रेरणा ले रहे हैं।