लाहौर (पाकिस्तान):- मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) के उप प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार को लाहौर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और लाहौर के एक निजी अस्पताल में शुगर (मधुमेह) के इलाज के लिए भर्ती थे। जेयूडी ने पुष्टि की कि मक्की को दिल का दौरा सुबह के समय आया और अस्पताल में उनका निधन हो गया।
अब्दुल रहमान मक्की का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हुआ था। वह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जमात-उद-दावा (JuD) के साथ लंबे समय से जुड़े रहे। मक्की ने लश्कर के राजनीतिक मामलों को संभालने के साथ-साथ फंड जुटाने और संगठन के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मक्की के बारे में माना जाता है कि उसने मुंबई हमलों (26/11) के लिए आतंकवादियों को फंड मुहैया कराया था जिसमें 166 लोगों की जान गई थी। इस हमले में मारे गए नौ आतंकवादियों में से एक अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था।
2020 में पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत ने मक्की को आतंकवाद के वित्तपोषण में दोषी ठहराते हुए छह महीने की सजा सुनाई थी। इसके अलावा 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने मक्की को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जिसके बाद उसकी संपत्तियों को जब्त किया गया और यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया। मक्की पर तालिबान के टॉप कमांडर मुल्ला उमर और अल-कायदा के अयमान अल-जवाहिरी के करीबी संबंध होने का आरोप था।
मक्की पाकिस्तान में अपने भारत विरोधी भाषणों के लिए प्रसिद्ध था। 2017 में उसके बेटे ओवैद रहमान मक्की को जम्मू और कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के ऑपरेशन में मार दिया गया था। मक्की के परिवार और उसके समर्थकों का कहना था कि वह पाकिस्तानी विचारधारा का समर्थक था और भारतीय सेना के खिलाफ संघर्षरत था। इस घटना के साथ मक्की की मौत आतंकवाद और भारत विरोधी गतिविधियों के संदर्भ में एक और महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है।