नई दिल्ली:- यमन से एक बड़ी खबर सामने आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर-जनरल डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस गुरुवार को यमन के सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इजरायल की एयरस्ट्राइक में बाल-बाल बच गए। इस हमले में दो लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल होने की खबर है।
क्या हुआ था सना एयरपोर्ट पर?
मिली जानकारी के अनुसार डॉ. टेड्रोस संयुक्त राष्ट्र (UN) और WHO के अपने सहयोगियों के साथ फ्लाइट में सवार होने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान इजरायल की ओर से हवाई हमला हुआ। इस हमले में विमान के चालक दल का एक सदस्य घायल हो गया।
यह हमला ऐसे समय हुआ जब डॉ. टेड्रोस का यमन दौरा समाप्त हो चुका था। उनका मिशन यमन में स्वास्थ्य और मानवीय स्थिति का आकलन करना और संयुक्त राष्ट्र के बंदी कर्मचारियों की रिहाई पर चर्चा करना था। हमले से कुछ ही घंटे पहले डॉ. टेड्रोस ने यमन की संकटग्रस्त स्थिति पर चिंता जताई थी।
हम सना से अपनी उड़ान भरने वाले थे तभी हवाई अड्डे पर बमबारी हुई। हमारे विमान के चालक दल के एक सदस्य घायल हो गए। यमन में संकट गहरा है। हम संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों की रिहाई के लिए लगातार आह्वान करते रहेंगे। इस हमले ने यमन में चल रहे संघर्ष और मानवीय संकट को और उजागर किया है। यमन लंबे समय से गृह युद्ध और विदेशी हस्तक्षेप का शिकार है। WHO और UN जैसी संस्थाएं यहां राहत और स्वास्थ्य सेवाएं बहाल करने की कोशिश कर रही हैं।
इजरायल की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि यमन में सक्रिय हौथी विद्रोहियों के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। यह घटना यमन में बिगड़ते हालात और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की चुनौतियों को सामने लाती है। WHO चीफ डॉ. टेड्रोस और उनके दल के सुरक्षित रहने से राहत की खबर मिली लेकिन दो लोगों की मौत और एक घायल ने यमन के संघर्ष की गंभीरता पर फिर से ध्यान केंद्रित कर दिया है।