भोपाल (मध्य प्रदेश):- भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मध्य प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। प्रदेश में जिला और शहर अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया के बाद 15 जनवरी तक नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया जाएगा। भोपाल से लेकर दिल्ली तक इस पर मंथन जारी है।
प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में कौन?
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई बड़े नाम चर्चा में हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में हारने वाले कुछ नेताओं को भी इस पद के लिए संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है। इसके अलावा पार्टी के मौजूदा पदाधिकारियों में से भी कई नाम सामने आए हैं।
फिलहाल पार्टी का पूरा ध्यान शहर और जिला अध्यक्षों के चयन पर है। बीजेपी के प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि शहर और जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष का चयन होगा। इस प्रक्रिया में शहर जिला अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधि मिलकर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने कई बड़ी सफलताएं हासिल की हैं to जिनमें कांग्रेस सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनाना और 2023 विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत शामिल है विष्णु दत्त शर्मा का कार्यकाल चार साल का रहा है और उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी मिलने की संभावना जताई जा रही है।
बीजेपी की परंपरा को देखें तो प्रदेश अध्यक्ष के लिए सांसदों को ही प्राथमिकता दी जाती रही है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण जटिया, नंदू चौहान, राकेश सिंह और विष्णु दत्त शर्मा भी सांसद रह चुके हैं। इस बार भी सांसदों को प्राथमिकता दिए जाने की संभावना है।
लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के चयन को अहम माना है। पार्टी इस पद के लिए ऐसे नेता का चयन करना चाहती है जो संगठन को मजबूती दे सके और चुनावी रणनीति को कारगर बना सके। भोपाल में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि 15 जनवरी तक पार्टी किस नेता को यह जिम्मेदारी सौंपती है।