अजमेर (राजस्थान):- अजमेर शरीफ दरगाह में हिंदू मंदिर के होने के दावे को लेकर हिंदू सेना ने अदालत में याचिका दायर की थी जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है। यह याचिका हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा दायर की गई थी। अदालत ने याचिका को मानते हुए अब दरगाह में सर्वे करवाने का रास्ता साफ कर दिया है।
याचिका में हिंदू पक्ष ने अजमेर शरीफ दरगाह के स्थान पर पहले हिंदू मंदिर होने का दावा किया। इसके साथ ही एक किताब भी अदालत में प्रस्तुत की गई जिसमें इस दावे का समर्थन किया गया। किताब में यह कहा गया कि जिस स्थान पर वर्तमान में अजमेर शरीफ दरगाह स्थित है वहां पहले हिंदू मंदिर हुआ करता था। इस याचिका में अदालत से यह भी अनुरोध किया गया था कि उस स्थान पर पूजा करने की अनुमति दी जाए और साथ ही पुरातत्व विभाग से सर्वे करवाने की मांग की गई।
अजमेर के बाद अब यह मामला उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित जामा मस्जिद के बाद चर्चा में आया है जहां पहले भी इसी प्रकार के दावे किए गए थे। इस मामले में अदालत का निर्णय आने के बाद अब यह देखने वाली बात होगी कि सर्वे के दौरान क्या निष्कर्ष सामने आते हैं। अदालत के इस निर्णय ने अजमेर के धार्मिक और सांस्कृतिक परिपेक्ष्य में एक नई बहस को जन्म दिया है जिसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच यह मामला संवेदनशील बना हुआ है।