मणिपुर (इंफाल):- मणिपुर के जिरीबाम से अपहृत छह लोगों में से तीन की लाश शुक्रवार शाम असम-मणिपुर बॉर्डर पर स्थित जिरीमुख क्षेत्र में जिरी नदी में तैरती हुई पाई गई। यह शव जिरीबाम के एक कैंप से कुछ दिन पहले कुकी उग्रवादियों द्वारा अपहृत महिलाओं का होने का संदेह जताया जा रहा है। पुलिस को जिरी नदी में शव तैरते हुए दिखाई दिए थे, जिसके बाद असम राइफल्स के जवानों ने उन्हें बाहर निकाला।
प्रारंभिक जांच के अनुसार इन शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन इनकी शिनाख्त लापता छह लोगों में से तीन महिलाओं से मेल खाती है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेज दिया गया है। घटना से जुड़ी जानकारी के मुताबिक यह महिलाएँ को हुई हिंसक घटना के बाद लापता हुई थीं जब कुकी उग्रवादियों ने जिरीबाम के बोरोबेकरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया था। इस हमले के बाद तीन महिलाएं और तीन बच्चे अपहृत हो गए थे।
गौरतलब है कि मणिपुर में पिछले कुछ समय से हिंसा का माहौल है, खासकर जब से 3 मई 2023 को मणिपुर हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ कुकी-जो समुदाय ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। यह हिंसा तब और बढ़ी जब मैतेई समुदाय ने अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग की थी। इसके बाद कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष और बढ़ गया जिससे राज्य में कई हिंसक घटनाएँ घटित हुईं।
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। राज्य सरकार ने केंद्रीय बलों को भी तैनात किया है, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।