दिल्ली:-जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज आज दिल्ली पहुंच रहे हैं और उनकी यात्रा के दौरान भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों की दिशा पर चर्चा होने की उम्मीद है। जर्मन राजदूत फिलिप अक्करमैन ने कहा है कि दोनों देशों के बीच वार्ता के लिए एक बड़ा बास्केट तैयार है।
16 अक्टूबर को जर्मन कैबिनेट ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक दस्तावेज़ अपनाया जो भारत के साथ उसके द्विपक्षीय संबंधों की भविष्य की दिशा पर प्रकाश डालता है। इस दस्तावेज़ में दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
अक्करमैन ने कहा कि जर्मन व्यवसाय भारत को एक स्थिर निवेश स्थल के रूप में देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के समापन से जर्मन निवेश में वृद्धि होने की उम्मीद है।
शोल्ज की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों, व्यवसायिक संबंधों और प्रवासन पर चर्चा होने की उम्मीद है। अक्करमैन ने कहा कि जर्मन सरकार भारत के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। जर्मनी भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है, और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।