कोलकाता:- कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में डॉक्टरों का एक समूह पिछले 16 दिनों से भूख हड़ताल पर है। यह अनशन 14 डॉक्टरों ने 6 अक्टूबर को शुरू किया था लेकिन 6 डॉक्टरों की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अनशन छोड़ना पड़ा। अब 8 डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर डटे हुए हैं। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के पास एक टेंट लगाया गया है जहां से ये डॉक्टर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। 21 अक्टूबर की रात को भी ये लोग टेंट में मौजूद थे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने अपनी आवाज़ बुलंद की।
मामला एक दिल दहला देने वाले रेप और मर्डर का है जिसमें पीड़िता के परिवार और डॉक्टरों का आरोप है कि CBI और कोर्ट जानबूझकर केस को खींच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें लगातार तारीखें मिल रही हैं लेकिन न्याय की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने ये कदम इसलिए उठाया है क्योंकि उन्हें कोई और रास्ता नहीं दिख रहा। एक डॉक्टर ने कहा हम क्यों प्रोटेस्ट कर रहे हैं इसका जवाब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी नहीं पता। हमारी मांगें बिल्कुल स्पष्ट हैं—इस केस की निष्पक्ष जांच हो और पीड़िता को न्याय मिले।
भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों की हालत लगातार बिगड़ रही है। उनके स्वास्थ्य पर इसका गहरा असर पड़ रहा है लेकिन वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आंदोलन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं तब तक वे हड़ताल जारी रखेंगे। इस भूख हड़ताल को लेकर अब पूरे राज्य में समर्थन बढ़ता जा रहा है। विभिन्न सामाजिक संगठनों और अन्य डॉक्टर संघों ने भी इस आंदोलन में साथ देने की घोषणा की है।