लखनऊ (उत्तर प्रदेश):-लखनऊ में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है जिसके कारण शहर के निवासियों में बेचैनी बढ़ रही है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के बाद लखनऊ में वायु प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा है।
लखनऊ की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कई कारण हैं जिनमें से एक है शहर में बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या में वृद्धि। इसके अलावा उद्योगों और निर्माण स्थलों से निकलने वाले धुएं और धूल के कण भी हवा को प्रदूषित कर रहे हैं।
वायु प्रदूषण के प्रभाव
वायु प्रदूषण के कारण लखनऊ के निवासियों में सांस की समस्याएं दिल की बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। इसके अलावा वायु प्रदूषण के कारण शहर के पर्यावरण पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
सरकार की कार्रवाई
लखनऊ के वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इनमें से एक है शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर नियंत्रण करना।
नागरिकों की जिम्मेदारी
लखनऊ के नागरिकों को भी वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने में अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इसके लिए उन्हें अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करने होंगे जैसे कि पेड़ लगाना वाहनों का कम उपयोग करना और प्रदूषण फैलाने वाले उत्पादों का उपयोग न करना।
इस तरह लखनऊ के वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सरकार और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा।