इस्राइल :- प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उत्तरी इस्राइल के तटीय शहर हाइफा पर ऑटोमन साम्राज्य यानी जर्मनी, ऑस्ट्रिया और हंगरी का संयुक्त कब्जा था। इसी शहर को संयुक्त सेना के कब्जे से छुड़ाने के लिए भारतीय सेना के जवानों ने अपना पराक्रम दिखाया था। 23 सितंबर, 1918 यानी 106 साल पहले का यह संघर्ष तब से लेकर आज तक दुनिया को यह बताता रहा है कि भारतीय सेना के पराक्रम के आगे किसी की कुछ भी नहीं चलती चाहे दुश्मन कितना ही ताकतवर और हथियारों से परति क्यों ना हो। ऐसे में इस साल प्राण न्योछावर करने वाले बहादुर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया था, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। यह फैसला पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के कारण लिया गया है।
इस्राइल और लेबनान समर्थक हिजबुल्ला एक दूसरे पर हमला करना जारी रखे हुए हैं। इससे तनाव बढ़ गया है। इस्राइल होम फ्रंट कमांड को नागरिकों को एहतियाती सलाह देने को कहा गया है। संरक्षित आश्रयों के पास 10 लोगों को बाहरी सभा करने और 100 लोगों को आंतरिक समारोह करने की अनुमति है। एक अधिकारी ने बताया, ‘वर्तमान हालातों को देखते हुए भारतीय दूतावास द्वारा हाइफा में 23 सितंबर को आयोजित किए जाने वाले हाइफा दिवस समारोह को रद्द किया जा रहा है।’