नई दिल्ली:- भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका लगा है। पूनिया को नेशनल एंट्री डोपिंग एजेंसी (NADA)एनएडीए ने फिर से अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। जब पिछली बार (NADA) एनएडीए ने बजरंग को निलंबित किया था, तो उनका निलंबन अनुशासनात्मक पैनल द्वारा रद्द कर दिया गया था क्योंकि उन्हें नोटिस जारी नहीं किया गया था।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि 10 मार्च को (NADA) एनएडीए ने बजरंग पूनिया से अपना सैम्पल देने को कहा था। लेकिन इस स्टार रेसलर ने ने ऐसा नहीं किया। (NADA) एनएडीए ने वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) डब्लू को इस बारे में सूचित किया। इसके बाद (WADA) ने (NADA) को सुझाव दिया कि वह बजरंग से नोटिस जारी कर दिया, इसके चलते उनपर ये एक्शन लिया गया है। बजरंग के वकील विष्णुपत सिंगानिया ने बताया करते हुए कहा, हां हमें नोटिस मिला है और हम इसका जवाब जरूर देंगे। पिछली बार भी हम सुनवाई में शामिल हुए थे और इस बार भी अपना जवाब दाखिल करेंगे। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, इसलिए हम लड़ाई लड़ेंगे। नोटिस के खिलाफ जवाब देने के लिए बजरंग पूनिया के पास 11 जुलाई तक का समय है।
बजरंग को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, ‘डीसीओ ने आपको डोप टेस्ट के लिए मूत्र का सैम्पल देने को कहा था। डीसीओ द्वारा किए गए कई अनुरोधों के बाद भी आपने इस आधार पर अपने मूत्र का सैम्पल देने से इनकार कर दिया था कि जब तक NADA एक्सपायरी किट के मुद्दे के बारे में आपके ईमेल का जवाब नहीं देता, तब तक आप नमूना प्रदान नहीं करेंगे। करीब दो महीने पहले डोप टेस्ट के लिए एथलीट का सैम्पल इकट्ठा करना था। सैम्पल देने से इनकार के बाद NADA के DCO ने आपको इसके परिणामों के बारे में विस्तार से बताया था। आप पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी नियम, 2021 के अनुच्छेद 2.3 के उल्लंघन का आरोप लगा है। अब आपको अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया है।
ट्रायल्स में हार गए थे बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया को पेरिस ओलंपिक क्वालिफायर्स के लिए आयोजित नेशनल सेलेक्शन ट्रायल्स में हार झेलनी पड़ी थी। टोक्यो ओलंपिक (2020) के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया को पहलवान रोहित कुमार ने 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल भारवर्ग के सेमीफाइनल में हरा दिया था। बजरंग पूनिया उन पहलवानों में शामिल हैं, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महांसघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। ऐसे में उनके पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा था।
बजरंग पूनिया ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। तब पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलो भारवर्ग के फाइनल में बजरंग पूनिया ने कनाडा के एल. मैकलीन को 9-2 मात दी थी। बजरंग पूनिया का यह कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार दूसरा गोल्ड एवं ओवरऑल तीसरा मेडल था। हालांकि उसके बाद बजरंग पूनिया कुछ खास नहीं कर पाए हैं। हांगझोऊ एशियन गेम्स में भी बजरंग पूनिया को निराशा हाथ लगी थी। वहीं पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने का भी उनका सपना टूट चुका है।
बजरंग पूनिया ने इस पूरे मामले लेकर कहा कि मैंने कभी भी नाडा अधिकारियों को सैम्पल देने से इनकार नहीं किया। मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे जवाब दें कि उन्होंने पहले मेरा सैम्पल लेने के लिए जो एक्सपायरी किट लाई थी, उस पर उन्होंने क्या कदम उठाए या क्या कार्रवाई की। उसका जवाब दे दीजिए और फिर मेरा डोप टेस्ट ले लीजिए। मेरे वकील विदुष सिंघनिया इस पत्र का जवाब समय अनुसार देंगे।
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