नई दिल्ली:- गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश में बाढ़ से निपटने की समग्र तैयारियों की समीक्षा के लिए आज गृह मंत्री अमित शाह एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। हर साल मानसून की बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बिहार, असम और अन्य पूर्वी राज्यों के बड़े इलाके जलमग्न हो जाते हैं। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, और कुछ अन्य राज्यों में भी मानसून के दौरान भूस्खलन और बारिश से संबंधित समस्याएं आती हैं।
37 लोगों ने जान गवाई
अधिकारियों ने बताया कि इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान जैसी प्रतीक आपदा के कारण असम में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 37 हो गई है जबकि एक व्यक्ति लापता है।
देश में बाढ़ प्रबंधन को लेकर कर हुई बैठक
गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, देश में बाढ़ प्रबंधन के लिए समग्र तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को गृह मंत्री उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मध्यम से शनिवार को कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में राज्य में दो मौतें हुईं, जिससे इस साल की बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या 39 हो गई है।
हालांकि राज्य में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है। इस समय 12 जिलों में 2,63,452 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में 134 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 17,661 लोगों को आश्रय दिया गया है।
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