नई दिल्ली:- विदेश मंत्री एस जयशंकर आज संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाएंगे। इस दौरान वह अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात करेंगे। वहीं, दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इस्राइल और हमास आतंकियों के बीच जारी जंग के बीच अरब देश के साथ भारत की यह पहली वार्ता है। जयशंकर ने नाहयान के साथ पश्चिम एशिया में उत्पन्न संकट पर चर्चा की। दोनों विदेश मंत्रियों ने फोन पर बातचीत के दौरान वर्तमान में उभरती स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
बताया जा रहा है कि द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा, जयशंकर और अल नाहयान के गाजा में समग्र स्थिति पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है। जयशंकर की यात्रा भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक विकास की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी।
पिछले कुछ वर्षों में अच्छे संबंध बने
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर आज यूएई की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। यात्रा के दौरान विदेश मंत्री संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष के साथ साझेदारी के विभिन्न मुद्दों पर बैठक करेंगे। भारत और यूएई के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़े हैं।
पीएम मोदी ने भी कि थी यूएई की यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगस्त 2015 में संयुक्त अरब अमीरात की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया है। दोनों देशों ने आर्थिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए थे।
व्यापार समझौते में काफी सारे लाभ दिए गए हैं, जिनमें टैरिफ को खत्म करना और कम करना, खुले व्यापार के माहौल को बढ़ावा देना और विभिन्न क्षेत्रों में सेवा प्रदाताओं के लिए बाजार पहुंच को बढ़ाना शामिल है। यूएई 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत में शीर्ष चार निवेशकों में से एक है। करीब 35 लाख संख्या के साथ भारतीय समुदाय यूएई में सबसे बड़ा प्रवासी समूह है।
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