वाराणसी ( उत्तर प्रदेश):- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि सखी प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण पाने वाली कृषि सखियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,” चुनाव जीतने के बाद आज हम पहली बार बनारस आया हूं। मैं बनारस की जनता को नमस्कार करता हूं। काशीवासियों के असीम स्नेह से मुझे तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है। काशी के लोगों के मुझे लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुनकर मुझे धन्य कर दिया है। अब तो मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं।”
काशी के लोगों ने तो सिर्फ सांसद नहीं बल्कि तीसरी बार प्रधानमंत्री भी चुना है इसलिए आप लोगों को डबल बधाई। इस चुनाव में देश के लोगों ने अभूतपूर्व जनादेश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “यहां इतनी बड़ी संख्या में हमारी माताएं-बहनें उपस्थित हैं। माताओं-बहनों के बिना खेती की कल्पना भी असंभव है। इसलिए अब खेती को नई दिशा देने में भी माताओं-बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है। हमने आशा कार्यकर्ताओं के रूप में बहनों का काम देखा है। हमने बैंक सखियों के रूप में डिजिटल इंडिया बनाने में बहनों की भूमिका देखी है। अब हम कृषि सखी के रूप में खेती को नई ताकत मिलती देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाणपत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है। आने वाले समय में पूरे देश में हजारों समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। ये अभियान 3 करोड़ लखपति दीदीयां बनाने में भी मदद करेगा।”
अभी मैं जी7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इटली गया था। G7 के सारे देशों के सभी मतदाताओं को मिला दें, तो भी भारत में वोटर्स की संख्या 1.5 गुना ज्यादा होगी।