नई दिल्ली:- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने रिजल्ट में प्रैक्टिकल एवं थ्योरी मार्क्स के बीच बड़ा अंतर पाया है। तत्पश्चात, (CBSE) सीबीएसई ने कुछ विद्यालयों को फिर से प्रैक्टिकल एग्जाम का इंटरनल असेसमेंट करने की सलाह दी है। सीबीएसई ने स्कूलों से कहा गया है कि वे फिर से प्रैक्टिकल के मूल्यांकन में निष्पक्षता और सटीकता को प्राथमिकता दें और यह सुनिश्चित करें कि प्रक्रिया ठीक से पूरी हो और स्टूडेंट्स की एकेडमिक्स में जरूरी बदलाव करें।
(CBSE) सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता ने कहा, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए CBSE से संबद्ध 500 विद्यालयों में कुछ विषयों के 50 प्रतिशत या इससे ज्यादा विद्यार्थियों को थ्योरी एवं प्रैक्टिकल परीक्षा में मिले अंकों में बड़ी गड़बड़ी मिली है। प्रैक्टिकल व थ्योरी मार्क्स में काफी बड़ा अंतर पाया गया है।
सीबीएसई ने नोटिस जारी करते हुए कहा
सीबीएसई ने नोटिस जारी करते हुए ये कहा कि इसका उद्देश्य अधिक मजबूत, पारदर्शी और विश्वसनीय मैकेनिज्म को लागू करना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मूल्यांकन प्रक्रिया यथार्थवादी हो और छात्रों की शैक्षणिक यात्रा में पर्याप्त मूल्य जोड़े।
(AI) एआई टूल से पता चली गड़बड़ी
बता दें कि, सीबीएसई ने पिछले साल 2023 के नतीजों के आंकड़ों के आधार पर सीबीएसई से संबद्ध करीब 500 स्कूलों में 50% या उससे अधिक छात्रों के बीच कुछ विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच महत्वपूर्ण अंतर पाया है। बोर्ड ने नतीजों का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल किए गए ए़डवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल के इस्तेमाल में पाया। सलाह में आगे कहा गया है कि यह सलाह प्रैक्टिकल परीक्षाओं के मूल्यांकन में निष्पक्षता और सटीकता को प्राथमिकता देने के लिए एक रिमाइंडर है, जिससे (CBSE) सीबीएसई से संबद्ध संस्थानों में दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
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