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झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का बयान सामने आया |

झारखंड न्यूज़ ब्यूरो :-ओमीक्रोन वेरिएंट पहले के चारों वेरिएंट से ज़्यादा खतरनाक है। भारत सरकार को इस समय राजनीति करने से बचते हुए किस प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय विमानों को रोका जाए, स्वास्थ्य सुविधाएं किस प्रकार बढ़ाई जाएं इसपर ध्यान देना चाहिए |झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता ने कहा है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानि (आइसीएमआर) दिशा-निर्देश जारी किया होता तो कोरोना से मौत का सही पता चलता। मंगलवार को रांची में मीडिया से बात करते हुए उन्‍होंने कहा कि अगर आइसीएमआर ने इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किए होते |तो मौत के सही कारणों का पता चल जाता। अपने पूर्व के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा कि मैं इन्‍कार नहीं कर रहा। देश में ऑक्सीजन की कमी से लाखों लोग मारे गए।बन्‍ना गुप्‍ता ने कहा कि आइसीएमआर का दिशा-निर्देश रहता तो पोस्‍टमार्टम में मौत का सही कारण पता चलता। पोस्‍टमार्टम में मृत्‍यु के कारण का उल्‍लेख ही नहीं है। कहा कि मैं कोई विधि विशेषज्ञ नहीं हूं। मैं तो इस विभाग का साधारण सेवक हूं। कहा कि देश में आक्‍सीजन की बहुतायत कमी हुई। इस कारण लाखों लोग मरे।दरअसल, झारखंड विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र के दौरान आज राज्य सरकार ने बताया कि झारखंड में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी भी COVID-19 मरीज की मौत नहीं हुई। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में आक्सीजन की कमी से किसी भी कोरोना मरीज की मृत्यु की रिपोर्ट नहीं है। हालांकि कोरोना महामारी की पहली एवं दूसरी लहर में अभी तक कुल 5,132 मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने विधायक अमर कुमार बाउरी द्वारा पूछे गए अल्प सूचित प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी है

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