शिलांग :- मेघालय में कैथोलिक चर्च ने घोषणा की है कि उसके पादरियों को समलैंगिक जोड़ों को बिना किसी विवाह संस्कार के आशीर्वाद देने की अनुमति दी जाएगी। यह फैसला ऐसे समय में किया गया है, जब कुछ दिन पहले पोप फ्रांसिस ने ऐसे जोड़ों के लिए आशीर्वाद देने की मंजूरी दी है।
मुख्य पादरी ने क्या कहा?
इस घोषणा से दस लाख से ज्यादा की आबादी वाले पूर्वोत्तर राज्य में कैथोलिक चर्च संगठन में बड़े बदलाव आएंगे। शिलॉन्ग के मुख्य पादरी विक्टर लिंगदोह ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पोप फ्रांसिस की मंजूरी के बाद कैथोलिक चर्च ने ‘फिडुसिया सप्लिकन्स’ घोषणा जारी की। इसके साथ ही कैथोलिक पादरियों के लिए समलैंगिक जोड़ों को किसी प्रकार के अनुष्ठान के बिना (विवाह संस्कार) आशीर्वाद देना संभव होगा।
मुख्य पादरी ने कहा कि यह अनौपचारिक शब्दों में एक पादरी की सहज प्रार्थना है। आशीर्वाद चर्च संगठन की मंजूरी का प्रतीक नहीं है। घोषणा आशीर्वाद के देहाती अर्थ पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि इसे शादी के दौरान चर्च के आधिकारिक धार्मिक और अनुष्ठानिक आशीर्वाद के रूप में गलत नहीं समझा जाना चाहिए।