नई दिल्ली :- उत्तर भारत में हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा को मनाई जाती है। तमिलनाडू में ये पर्व मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाया जाता है। तो वहीं कर्नाटक में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस शुभ दिन को यहां हनुमान व्रतम के नाम से भी जाना जाता है। इस साल कर्नाटक में हनुमान जयंती का पर्व 24 दिसंबर को मनाया जाएगा। जानिए हनुमान जयंती पूजा का मुहूर्त और विधि।
हनुमान जयंती 2023
हनुमान जयंती तिथि की शुरुआत 24 दिसंबर की सुबह 6 बजकर 24 मिनट से होगी और समाप्ति 25 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर। उद्या तिथि के अनुसार ये पर्व 24 दिसंबर को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं अनुसार हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था। इसलिए इस दिन मन्दिरों में ब्रह्ममुहूर्त में आध्यात्मिक प्रवचनों का आयोजन किया जाता है।
हनुमान जयंती सही पूजन विधि
इस दिन एक लाल साफ कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित करें।
मूर्ति के मस्तक पर सिंदूर लगाएं।
भगवान के समय धूपबत्ती और मिट्टी का दीपक जलाएं।
फिर भगवान की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं।
मूर्ति पर जल डालें।
इसके बाद दाएं हाथ में जल लेकर हनुमान भगवान की अराधना करें।
इसके बाद भगवान को फूल, सुपारी, चावल और गुड़ इत्यादि चीजें अर्पित करें।
हनुमान भगवान को मिठाई और केला अर्पित करें।
पूजा के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें। साथ ही बजरंगबली के मंत्रों का जाप करें।अंत में हनुमान जी की आरती करें और अपनी मनोकामना कह दें।
हनुमान जयंती के उपाय
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए किसी विशेष उपाय की जरूरत नहीं होती। जो व्यक्ति सच्चे दिल से भगवान को याद करता है भगवान उसकी सहायता करने जरूर आते हैं। अगर आप भगवान की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। साथ ही हनुमान जी के मंत्रों का जाप भी करें।