दिल्ली:- लोकसभा सदस्य के रूप में TMC सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा, “एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है। यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है।”
अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है, वह दर्शाता है कि अडानी आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है, और आप एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेंगे।”
भाजपा सांसद और लोकसभा आचार समिति की सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा, “महुआ मोइत्रा का निष्कासन सारे सांसदों के लिए एक सीख है। जब हम सांसद बनते हैं तो हम संविधान के तहत शपथ लेते हैं और हमें कुछ नियमों के तहत काम करना पड़ता है।
याद रहे कि हम कांच के घर में हैं और पूरा देश हमें देख रहा है। महुआ मोइत्रा के मामले में अनैतिकता दिखी, दायित्वपूर्ण व्यवहार नहीं दिखा जिस वजह से आज उनका लोकसभा से निष्कासन हुआ। ”
कांग्रेस नेता अब्दुल खालिक ने कहा, “जो भी अडानी पर सवाल उठाता है ये सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करती है। महुआ मोइत्रा के केस में भी हमने वही देखा। ये सरकार डरती है। सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है।
पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री डॉ. शशि पांजा ने कहा,”…एक महिला का सत्ता में होना ऐसी चीज है जिसे भाजपा बर्दाश्त नहीं कर सकती। उन्होंने(भाजपा) कैसे सोचा कि यह निष्कासन उन्हें(महुआ मोइत्रा) चुप कराने के लिए काफी है? वे 2024 में फिर चुनाव लड़ेंगी।
मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “2005 में जब 10 सांसदों को निष्कासित किया गया था, उसी दिन रिपोर्ट पेश की गई थी, उसी दिन चर्चा हुई थी वे भी 10 सांसदों के लिए।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “आज मुझे बीजेपी पार्टी का रवैया देखकर दुख हो रहा है। उन्होंने लोकतंत्र को कैसे धोखा दिया। उन्होंने महुआ को अपना रुख स्पष्ट करने की अनुमति नहीं दी। सरासर अन्याय हुआ है।”
मैं आपको बता रही हूं कि महुआ (मोइत्रा) परिस्थितियों की शिकार हुई हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। हमारी पार्टी महुआ से साथ है हमारी पार्टी INDIA गठबंधन के साथ मिलकर लड़ेगी। यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने कहा, “…एक दिन में उनका(महुआ मोइत्रा) पोर्टल दुनिया की 4 जगहों दिल्ली, बेंगलुरू और देश के बाहर दुबई और अमेरिका से खुलता है और किसके लिए? एक कॉर्पोरेट हाउस और एक व्यापारी के लिए।”
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “जिन्होंने आरोप लगाया वे दुबई में बैठे हैं। उन्होंने बयान दे दिया और उसके आधार पर आपने निर्णय ले लिया। ये कहीं ना कहीं न्याय के राष्ट्रीय पाठ्यक्रम के खिलाफ गया है। उम्मीद करती हूं आने वाले समय में जब वे TMC से चुनाव लड़ेंगी और भारी बहुमत से जीतकर आएंगी।
BSP सांसद दानिश अली ने कहा, “मैंने यह पोस्टर इसलिए लगाया है क्योंकि समिति ने अपनी सिफारिश में मेरा भी उल्लेख किया है क्योंकि मैं उन्हें(महुआ मोइत्रा) न्याय दिलाना चाहता हूं।”
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