नई दिल्ली :- बहुत सारी घटनाएं हैं, जिनकी अमिट यादों को आदमी आने वाली पीढ़ियों के लिए सहेजकर रखता है। ऐसी ही एक घटना हमारे मिशन मून की कामयाबी की भी है, जो सामान्य ज्ञान का एक सवाल बन चुकी है। सवाल है, नेशनल डे क्या है और कब मनाया जाता है। दरअसल, शनिवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अहम ऐलान किए हैं। इन्हीं में से एक यह भी है।
बता दें कि 23 अगस्त को भारत के चंद्रयान 3 ने चांद पर सफल लैंडिंग की। इसके बाद से पूरा भारत देश फूला नहीं समा रहा है। इसी बीच ग्रीस और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा से लौटने के तुरंत बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) के बेंगलुरू स्थित टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में पहुंचे।
यहां वैज्ञानिकों से बात करते हुए प्रधानमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘मैं आप सभी वैज्ञानिकों को सैल्यूट करना चाहता हूं। मैं आपके जज्बे, परिश्रम और धैर्य को नमन करता हूं। चंद्रयान-3 के वक्त मैं दक्षिण अफ्रीका में था, लेकिन मेरा ध्यान पूरी ओर से आपकी सफलता की ओर लगा हुआ था। मैं इतना बेसब्र था कि मैं जल्द से जल्द यहां पहुंचकर आपके दर्शन करना चाहता था। मैं आप सभी को नमन करना चाहता था’। यहां अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने जय विज्ञान-जय अनुसंधान का नारा दिया।
वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि चांद पर जिस जगह हमारा चंद्रयान -3 उतरा, उसे ‘शिव शक्ति’ के नाम से जाना जाएगा। आज हमारा राष्ट्रीय गौरव चंद्रमा पर है। जिस जगह 2019 में चंद्रयान-2 ने निशान छोड़े थे, उसे तिरंगा प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा।