स्विट्जरलैंड : वैश्विक वायु गुणवत्ता पर एक नई रिपोर्ट ने एक बार फिर भारत में प्रदूषण पर ध्यान केंद्रित किया है। हालाँकि वर्षों से भारत के गैस चैंबर के नाम से बदनाम असम का बर्नीहाट अब IQAir की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार 2024 में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर का अवांछित खिताब हासिल कर रहा है।
इसी समय दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित राजधानी शहर के रूप में अपनी स्थिति बनाए हुए है और भारत एक बुरा अभिनेता बना हुआ है जो ग्रह पर 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 की मेजबानी करता है। कुछ स्थान मुल्लानपुर, फरीदाबाद, लोनी, गुरुग्राम, नोएडा आदि हैं।
भारत की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है – PM2.5 में 7% की गिरावट। पिछले साल की तुलना में प्रदूषण अभी भी एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति है। 35% भारतीय शहरों में प्रदूषण का स्तर WHO के सुरक्षित स्तर से 10 गुना ज़्यादा दर्ज किया गया।
यह जहरीली हवा सिर्फ़ एक आंकड़ा नहीं है – यह लाखों लोगों की ज़िंदगी है। अध्ययनों ने अनुमान लगाया है कि प्रदूषण भारत में जीवन प्रत्याशा को औसतन 5.2 साल कम कर देता है।