वाशिंगटन (रॉयटर):- अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐतिहासिक ऊर्जा समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत भारत अब अमेरिका से अधिक तेल और प्राकृतिक गैस आयात करेगा जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन बेहतर होगा।
ऊर्जा क्षेत्र में नई क्रांति
राष्ट्रपति ट्रंप ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह समझौता अमेरिका को भारत का नंबर 1 ऊर्जा आपूर्तिकर्ता बनाएगा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और मैं इस बात पर सहमत हुए हैं कि भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अमेरिका अहम भूमिका निभाएगा। यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करेगा।”
आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत “कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद” के खिलाफ मिलकर काम करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देते हुए कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध हैं और सीमा पार आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि अमेरिका ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को भारत को सौंपने का निर्णय लिया है।
MAGA + MIGA = MEGA पार्टनरशिप
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के विकास को लेकर कहा कि जैसे अमेरिका “Make America Great Again (MAGA)” के विजन के साथ आगे बढ़ रहा है, वैसे ही भारत “Make India Great Again (MIGA)” के लक्ष्य पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “जब MAGA और MIGA साथ आते हैं, तो यह एक ‘MEGA’ पार्टनरशिप बन जाती है, जो दोनों देशों के लिए समृद्धि और विकास का नया युग लाएगी।”
भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई ऊंचाई
इस बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत और अमेरिका केवल व्यापारिक ही नहीं बल्कि रणनीतिक साझेदार भी बन रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,”भारत और अमेरिका के बीच एक विशेष बंधन है, और हम इसे और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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