नई दिल्ली:- किया मोटर्स ने हाल ही में भारत में 14 मिलियन डॉलर के टैक्स डिमांड को चुनौती दी है, जो कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच के मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत मिलने वाले लाभों को लेकर है किया मोटर्स ने कहा है कि उन्हें एफटीए के तहत टैक्स छूट मिलनी चाहिए लेकिन भारतीय अधिकारियों ने उन्हें 14 मिलियन डॉलर का टैक्स बिल थमा दिया है। किया मोटर्स ने इस फैसले को चुनौती देते हुए कहा है कि वे एफटीए के तहत मिलने वाले लाभों के हकदार हैं।
किया मोटर्स के एक प्रवक्ता ने कहा “हमें लगता है कि हमें एफटीए के तहत टैक्स छूट मिलनी चाहिए। हम इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।”भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि किया मोटर्स को टैक्स बिल का भुगतान करना होगा लेकिन किया मोटर्स ने इस फैसले को चुनौती दी है और मामले को अदालत में ले जाने की तैयारी कर रही है।
इस मामले के परिणामस्वरूप किया मोटर्स और भारत सरकार के बीच तनाव बढ़ सकता है। किया मोटर्स भारत में एक बड़ा निवेशक है और इस मामले का परिणाम दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।किया मोटर्स के इस कदम से अन्य विदेशी कंपनियों को भी प्रेरणा मिल सकती है जो भारत में निवेश करने की योजना बना रही हैं।
यह मामला भारत सरकार की विदेशी निवेश नीति की समीक्षा के लिए भी प्रेरित कर सकता है।इस प्रकार किया मोटर्स का यह कदम भारत सरकार और विदेशी निवेशकों के बीच तनाव बढ़ा सकता है लेकिन यह भारत की विदेशी निवेश नीति की समीक्षा के लिए भी प्रेरित कर सकता है।