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महाकुंभ 2025: इस्कॉन शिविर में आग लगने से मची अफरा-तफरी, पांटून पुल बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानी

प्रयागराज(उत्तर प्रदेश):- महाकुंभ 2025 के 26वें दिन प्रयागराज में संगम स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे। इसी दौरान सेक्टर 5 स्थित इस्कॉन के शिविर में आग लग गई, जिससे चारों ओर काला धुआं फैल गया। दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह घटना 7 फरवरी 2025 को सुबह हुई।

इसी दिन अब तक 42.07 लाख श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके थे। लाखों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए पहुंचे। इस्कॉन शिविर में मौजूद भक्त और साधु आग की चपेट में आ सकते थे, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा सहित कई वीआईपी भी महाकुंभ पहुंचे। प्रशासन और दमकल विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे। अभी तक आग लगने के सही कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है।

पांटून पुलों को बंद करने का निर्णय वीआईपी मूवमेंट और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लिया गया। आग अचानक इस्कॉन शिविर में लगी जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं। पुलों को बंद करने के कारण श्रद्धालु एक पुल से दूसरे पुल तक भटकते रहे जिससे कई जगहों पर पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच झड़पें भी हुईं।

आज शाम तक संगम स्नान करने वालों की संख्या 40 करोड़ पार करने की उम्मीद है। 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ में आएंगी संगम स्नान करेंगी और अक्षयवट व बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगी। प्रशासन उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारी कर रहा है। महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे प्रशासन के लिए भीड़ प्रबंधन चुनौती बन रहा है। इस्कॉन शिविर में आग पुलों का बंद होना और भारी जाम से श्रद्धालुओं को परेशानी हुई लेकिन उनकी आस्था अडिग बनी हुई है।

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