नई दिल्ली:- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक आज है और बाजार को रेट कट और एलडीआर पर बड़ी राहत की उम्मीद है। आरबीआई के फैसले से बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर के शेयरों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
रेट कट का फायदा किन बैंकों को मिलेगा?
रेट कट होने से फिक्स रेट पर लोन देने वाले बैंकों को फायदा होगा। दरें कम होने पर भी बैंक पर कोई असर नहीं होगा। इनके इंटरेस्ट खर्च नहीं बढ़ेंगे। दरें कम हुई तो रीफाइनेंसिंग के नए मौके मिलेंगे। इससे बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएमएस) बढ़ सकते हैं।
किन बैंकों के पास सबसे ज्यादा फिक्स लोन हैं?
बंधन बैंक के 77 फीसदी लोन फिक्स रेट पर हैं। वहीं, एयू बैंक के 70 फीसदी आईडीएफसी बैंक के 61 फीसदी इंडियन बैंक के 50 फीसदी आईसीआईसीआई बैंक के 31 फीसदी और एक्सिस बैंक के 30 फीसदी लोन फिक्स रेट पर हैं।
एलडीआर में राहत से किन बैंकों को फायदा होगा?
एलडीआर में राहत से बैंक डिपॉजिट के मुकाबले ज्यादा लोन दे पाएंगे। लो एलडीआर वाले बैंक ज्यादा लोन दे पाएंगे। इससे शॉर्ट टर्म लिक्विडिटी बढ़ेगी। एचडीएफसी बैंक का एलडीआर रेश्यो 98 फीसदी है। वहीं आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का एलडीआर रेश्यो 94 फीसदी एक्सिस बैंक का 93 फीसदी, बंधन बैंक का 91 फीसदी इंडियन बैंक का 90 फीसदी, इंडसइंड बैंक का 87 फीसदी कोटक बैंक का 87 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक 85 फीसदी है।
किन स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए?
आरबीआई के फैसले से बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर के शेयरों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए निवेशकों को इन सेक्टर्स के शेयरों पर नजर रखनी चाहिए। विशेष रूप से, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, और कोटक बैंक जैसे शेयरों पर नजर रखनी चाहिए।