मथुरा (उत्तर प्रदेश):- मथुरा में 21 नवम्बर को एक विशाल धर्म संसद का आयोजन किया गया जिसमें देशभर से हिन्दू धर्म के संत, पुजारी और धार्मिक नेता एकत्रित हुए। इस धर्म संसद में 6 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित किया गया जिनमें कृष्ण जन्मभूमि परिसर से शाही ईदगाह-मीना मस्जिद हटाने का प्रस्ताव सबसे प्रमुख था। यह प्रस्ताव मथुरा के इतिहास और संस्कृति की रक्षा करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
धर्म संसद में पारित अन्य प्रमुख प्रस्तावों में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा हिन्दू धर्म के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने, और मंदिरों की भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
संसद में कई संतों ने कृष्ण जन्मभूमि के आसपास के क्षेत्रों में हिन्दू धार्मिक प्रतीकों की और अधिक प्रतिष्ठा स्थापित करने की बात भी कही। इसके अलावा प्रस्तावों में मथुरा में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और क्षेत्र के विकास की दिशा में सरकार से सहायता की भी मांग की गई।
मथुरा में आयोजित इस धर्म संसद ने भारतीय हिन्दू समाज को एकजुट करने के साथ ही कई संवेदनशील मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया। इस आयोजन में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक समुदायों के बीच सामंजस्य बनाए रखने की बात भी कही गई। मथुरा में इस तरह के आयोजनों की परंपरा को देखते हुए धर्म संसद के आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया कि सभी प्रस्ताव शांति और सामूहिक सद्भाव के साथ पारित किए जाएं।