विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश):- केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौसेना डॉकयार्ड में INS संध्याक के कमीशनिंग समारोह में शामिल हुए। भारतीय नौसेना के लिए, आज का दिन ऐतिहासिक है। INS संधायक का हमारी नौसेना में शामिल होना, निश्चित रूप से हमारी नौसेना की, इस पूरे क्षेत्र में शांति व सुरक्षा को बनाए रखने में सहायता करेगा।
मैं भारतीय नौसेना को, INS संधायक प्राप्त होने की बधाई देता हूं।जब कोई देश अपने विकास के शुरुआती चरण में होता है, तो वह अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहता है। चाहे वह किसी संधि के माध्यम से दूसरे देश पर निर्भर रहे, या फिर हथियारों के आयात के माध्यम से दूसरे देशों पर निर्भर रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने INS संध्याक के कमीशनिंग समारोह में कहा, “हाल ही में INS इंफाल के कमीशनिंग समारोह में मैंने कहा था कि जो लोग नापाक गतिविधियां कर रहे हैं, उन्हें हम सागर के तल से भी ढूंढ निकालेंगे, और कठोर कार्रवाई करेंगे। मैं इसे आज फिर दोहराता हूं। समुद्र में चोरी-डकैती और तस्करी से जुड़े लोगों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह नए भारत का प्रण है।”
INS संधायक”, भारत के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महाशक्ति की भूमिका को और बल प्रदान करेगा। मैं भारतीय नौसेना को “INS संधायक” की commissioning पर अपनी तरफ से ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई देता हूं। मैं, इस पोत के निर्माणकर्ता, GRSE के सभी कार्मिकों, उसके Scientists, Engineers, Machinists और उसके officials को भी अपनी बधाई देता हूँ।
जिस तरह से अपने आप को जानना आवश्यक है, इस तरह से अपने surroundings को जानना भी अत्यंत आवश्यक है। आप अपने आसपास के क्षेत्रों से यदि भली-भांति परिचित होंगे, तभी आप अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा करने के उद्देश्यों की पूर्ति कर पाएंगे।
हमारी नौसेना, इस क्षेत्र में न सिर्फ piracy को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि हम इस पूरे क्षेत्र को शांत व समृद्ध बनाने के लिए भी committed हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे इस उद्देश्य की प्राप्ति में “INS संधायक” एक बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
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