देश में युवाओं को अपना खुद का काम करने के लिए प्रेरित करने के लिए 21 अगस्त को विश्व उद्यमिता दिवस मनाया जा रहा है। उद्यमिता दिवस के कार्यक्रम 2 अक्टूबर तक चलेंगे।
स्वदेशी जागरण मंच के स्वावलंबन अभियान को आगे बढ़ाते हुए ये दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन देश विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही जिन लोगों ने अपने दम पर अपने अपने काम (कारोबार) खड़े किए हैं, उनको शिक्षण संस्थानों में बुलाकर युवाओं को प्रेरणा देने का काम होगा।
उद्यमिता दिवस के बारे में स्वदेशी जागरण मंच के सह-संगठक सतीश कुमार ने बताया कि देश में रोजगार के मतलब को अगर बदलना है तो युवाओं को बताना होगा कि रोजगार का मतलब नौकरी नहीं है बल्कि अपने खुद के कारोबार, प्रोफेशन के जरिए वो ना सिर्फ बेहतर करियर बना सकता है बल्कि ज्य़ादा पैसे भी कमा सकता है। साथ ही वो नौकरी देने वाला भी बनेगा। इसलिए 21 अगस्त को विश्व उद्यमिता दिवस को हम पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित तो करेंगे ही, साथ ही शिक्षण संस्थानों में भी युवाओं को रोजगार के बारे में जानकारी देंगे। इसमें हमने बैंकों के अधिकारियों और स्थानीय मैनेजमेंट विशेषज्ञों को भी बुलाया है,
ताकि युवाओं को प्रेक्टिकल तरीके से उद्यमिता के बारे में बताया जा सके और अगर युवाओं के कुछ सवाल हों तो उनका जवाब विशेषज्ञ दें। साथ ही ये विशेषज्ञ स्थानीय होंगे तो युवा कारोबार शुरु करने में भी इनकी मदद ले सकेंगे, साथ ही बैंक अधिकारी उन्हें कारोबार के लिए लोन संबंधी जानकारी भी दे पाएंगे। स्वदेशी जागरण मंच ने पिछले साल 2750 उद्यमिता सम्मेलन किए थे। इनमें करीब 5 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया था।