शिमला (हिमाचल प्रदेश):- शिमला में लगातार बारिश से जगह-जगह भूखलन हो रहा है। भूखलन के कारण आज मंदिर की एक इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुख्विंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल में चार शवों की पुष्टि हुई है और मलबे के अंदर 2-3 लोगों के दबे होने की आशंका है। शिमला के आसपास के इलाकों से कुल 8 शव निकाले गए हैं। मेरा मानना है कि दबे हुए लोगों की संख्या को देखते हुए हम मरने वालों की संख्या के बारे में नहीं कह सकते। हम उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
शिमला में भारी बारिश के बाद भूस्खलन में एक मंदिर की इमारत क्षतिग्रस्त हुई। फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी है। हिमाचल प्रदेश में बारिश का तांडव जारी है। उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि शिमला में भूस्खलन की दो घटनाओं में 15 से 20 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। अभी बचाव अभियान जारी है। पहले खबर आयी थी कि हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से एक परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी है। SP शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया। इससे आसपास की इमारतों को भी खतरा है। कई लोग फंसे हुए हैं।
प्रदेशभर में कालका-शिमला, चंडीगढ़-मनाली, शिमला-धर्मशाला, पांवटा-शिलाई NH सहित 800 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। इससे 2000 से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं ठप होने से लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। सड़क, बिजली, पानी के बगैर यहां के लोगों के समक्ष ‘पहाड़’ जैसी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले तीन-चार घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर ब्यास, पौंग डैम, रंजीत सागर और सतलुज नदी के कैचमेंट एरिया में बादल फटने जैसी घटनाओं से भारी तबाही की चेतावनी दी गई है। इसी तरह 9 जिले में कल तक फ्लैश फ्लड की भी चेतावनी दी गई है।