कोलकाता (पश्चिम बंगाल) :– तृणमूल छात्र परिषद के सदस्यों ने सिलीगुड़ी के नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी में राज्यपाल सीवी आनंद बोस को काले झंडे दिखाए। राज्यपाल यहां कुलपतियों के साथ बैठक करने पहुंचे हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ऐसे निंदनीय कृत्य में लिप्त रही है जो राज्य सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं। कोई व्यक्ति किसी को भी पसंद नापसंद कर सकता है, लेकिन यह हमारे संविधान में मौजूद शिष्टाचार से बड़ा नहीं हो सकता है। राज्यपाल के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए, मैं इसकी निंदा करता हूं।
एक विद्यार्थी ने कहा, ‘‘हम इस राज्यपाल को आज की बैठक करने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि वह एक चुनी हुई सरकार को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। वह ऐसा कैसे कर सकते हैं? वह राजभवन से समानांतर प्रशासन चलाने की कोशिश कर रहे हैं। वह कुलपतियों की नियुक्ति में भी सरकार को अंधेरे में रख रहे हैं… ऐसा नहीं चल सकता।’’
बोस बंगाल में सभी राज्य संचालित विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति हैं। वह यूएनबी परिसर में राज्य के उत्तरी जिलों के विश्वविद्यालयों के 13 कुलपतियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। राज्यपाल बंगाल के उत्तरी जिलों की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।
बोस जिस समय विश्वविद्यालय में प्रवेश कर रहे थे, तभी उन्हें टीएमसीपी सदस्यों के विरोध का सामना करना पड़ा। भारी पुलिस तैनाती के बावजूद छात्रों ने वापस जाओ के नारे लगाए। बोस, जो बंगाल में सभी राज्य संचालित विश्वविद्यालयों के चांसलर भी हैं, यूएनबी परिसर में राज्य के उत्तरी जिलों के विश्वविद्यालयों के 13 कुलपतियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। देख रहे हैं कि सुरक्षा का यह उल्लंघन कैसे हुआ।’
हम इस राज्यपाल को आज की बैठक आयोजित करने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि वह एक निर्वाचित सरकार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। वह ऐसा कैसे कर सकते हैं? वह राजभवन से समानांतर प्रशासन चलाने की कोशिश कर रहे हैं। वह सरकार को भी अपने कब्जे में रख रहे हैं।” एक छात्र ने कहा, “कुलपतियों की नियुक्ति में अंधेरा… ऐसा नहीं चल सकता।”
बोस विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश कर रहे थे जब टीएमसीपी सदस्य उन्हें काले झंडे दिखाने में कामयाब रहे और कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस तैनाती के बावजूद “वापस जाओ” लिखी तख्तियां भी दिखायीं।