नई दिल्ली :- आज कैबिनेट की बैठक में गन्ने के दाम में बढ़ोतरी करके 315 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया गया है। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि सरकार ने 2023-24 सत्र के लिये गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य 10 रुपये क्विंटल बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल किया है। कैबिनेट ने किसानों के हित में, मिट्टी की उत्पादकता बढ़ाने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाओं को मंजूरी दी है।
यूरिया सब्सिडी योजना को मंजूरी दी गई। इसके लिए अगले तीन साल में 3,68,676 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि कचरे से वैल्थ बनाने के लिए मार्केट डेवलपमेंट अस्सिटेंस के लिए 1451 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पराली और गोबर्धन पौधों से आर्गेनिक खाद बना कर मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाई जाएगी। सल्फर कोटेड यूरिया शुरू होगी. इससे मिट्टी में सल्फर की कमी दूर होगी और किसानों के खर्च में बचत होगी।
कैबिनेट ने चीनी सीजन 2023-24 के लिए गन्ना किसानों के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल के अब तक के उच्चतम उचित और लाभकारी मूल्य को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय से 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों के साथ-साथ चीनी मिलों और संबंधित सहायक गतिविधियों में कार्यरत 5 लाख श्रमिकों को लाभ होगा।केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना के लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल 2023 को संसद में लाया जाएगा और साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड एक्ट 2008 को रद्द किया जाएगा।
हाल ही में राज्य के गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, विभागीय सचिव एन सरवण कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बिहार चीनी मिल्स एसोसिएशन (बीएसएमए) द्वारा नई कीमत घोषित की गई।
इसके बदले में, राज्य सरकार ने चीनी की बिक्री मूल्य में गिरावट के कारण गन्ने की खरीद पर होने वाले नुकसान को वहन करने के लिए मिलों को नरम ऋण की व्यवस्था करने और उन्हें खरीदारों के साथ गुड़ की बिक्री मूल्य पर मोलभाव करने की अनुमति देने का आश्वासन दिया है।