कानपुर (उत्तर प्रदेश) :- कानपुर में टमाटरों के दाम 100 रुपए किलो तक पहुंचे। एक स्थानीय ने बताया कि टमाटर पहले 30-40 रुपए प्रति किलो था जो अब 100 रुपए किलो बिक रहा। हम पहले 1 किलो लेते थे, अब आधा किलो ले रहे हैं।
सब्जी विक्रेता ने बताया कि हम 100 रुपए किलो बेच रहे हैं। यह टमाटर बाहर का है इसलिए इतना महंगा बिक रहा। यहां (भारत) का टमाटर खत्म हो चुका है।
नोएडा से लेकर दिल्ली तक ग्राहकों और विक्रेताओं में हायतौबा मच गई है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि मंडी में आवक घट गई है। जिससे टमाटर दर पर ही काफी महंगा मिल रहा है, तो बाजार में हमको मजबूरी में इस दाम पर बेचना पड़ रहा है। जिसकी वजह से इसकी बिक्री भी कम हो गई है। जो लोग रोजाना आधा-किलो एक किलो टमाटर खरीद रहे थे, वो अब 125 ग्राम या 250 ग्राम टमाटर ही खरीद रहे हैं। साथ ही दक्षिण के राज्यों में भी आवक घटने से टमाटर के दाम अप्रत्याशित रूप से बढ़ गए हैं।
दिल्ली में मंडी और रिटेल स्टोर दोनों में ही सब्जियों के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए हैं, पहले जहां टमाटर के भाव 20 से 25 रुपये किलो हुआ करते थे। वहीं अब 80 से 100 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं, बहुत सारे दुकानदारों में टमाटर लाना ही छोड़ दिया है, क्योंकि अगर लोगों ने उस वक्त उस टमाटर को नहीं खरीदा और वह खराब हो गए तो फिर उनका काफी नुकसान हो जाएगा।
कमोबेश यही हाल सभी मार्केट में देखा जा रहा है। कानपुर में टमाटर के रेट 100 रुपये प्रति किलो पर हैं। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि हम 100 रुपये प्रति किलो के भाव पर टमाटर बेच रहे हैं, क्योंकि मंडी में टमाटर के रेट बढ़ गए हैं। मंडी में टमाटर के रेट इसलिए बढ़े हैं, क्योंकि फसल बर्बाद होने से आवक घट गई है।
लखनऊ की नवीन गल्ला मंडी में जहां कुछ दिन पहले हर तरफ टमाटर नजर आता था आज सन्नाटा पसरा है। 10 से 15 दिन पहले जो टमाटर 50 से 60 रुपये किलो था। आज वह 100 से 120 रुपये किलो बिक रहा है। टमाटर के बड़े विक्रेता शाबाज ने बताया कि इस वक्त पूरे देश को सिर्फ कर्नाटक ही टमाटर सप्लाई कर रहा है। उपज कम और मांग ज्यादा होने के कारण टमाटर के रेट लगातार बढ़ रहे हैं और लगभग 1 महीने तक यह सिलसिला जारी रहेगा।