कानपुर (उत्तर प्रदेश):- अब बारिश के लिए हम सभी को बादलों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और किसी भी मौसम में किसी भी परिस्थिति में बारिश कराना संभव हो सकेगा। ऐसा मुमकिन हो पाया है आईआईटी, कानपुर के प्रयासों से। आईआईटी कानपुर बीते कई सालों से क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश को लेकर शोध कर रहा था। कई परीक्षण आईआईटी कानपुर द्वारा इस क्रम में चल रहे थे। लेकिन अब जाकर आईआईटी कानपुर को क्लाउड सीडिंग में सफलता मिली है।
संस्थान द्वारा इसे लेकर सफल परीक्षण कर लिया गया है जिससे अब एक उम्मीद की किरण जगी है कि जब बारिश नहीं हो पाती है या जिन इलाकों में बारिश नहीं होती है, ऐसे में क्लाउड सीडिंग के माध्यम से वहां पर किसी भी मौसम में किसी भी समय बारिश कराई जा सकेगी। एयरक्राफ्ट की मदद से आईआईटी, कानपुर के ऊपर हवा में केमिकल पाउडर फायर किया गया जिसके बाद बारिश देखने को मिली।
क्लाउड सीडिंग का परीक्षण नागर विमानन निदेशालय की अनुमति के बाद किया गया था। इस सफल परीक्षण का वीडियो भी आईआईटी कानपुर ने साझा किया है। अब कृत्रिम बारिश सपना नहीं रहा बल्कि हकीकत बन गई है। ज्यादा वायु प्रदूषण और सूखे की स्थिति में क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम बारिश कराई जा सकेगी। आईआईटी कानपुर की हवाई पट्टी से एयरक्राफ्ट ने 5,000 फुट की ऊंचाई पर घने बादलों के बीच दानेदार केमिकल पाउडर फायर किया। यह सब कुछ आईआईटी कानपुर के ऊपर ही किया गया था जिसके बाद बारिश हुई।