मुम्बई (महाराष्ट्र):- उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा – ‘ हमने बार-बार मणिपुर का मुद्दा उठाया है। मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है। गृह मंत्रालय और मोदी जी की सरकार मणिपुर की हिंसा को रोक नहीं सकी…हमारी मांग है कि गृह मंत्री के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर में जाए और उग्र आंदोलन करने वाले लोगों से खुली चर्चा होनी चाहिए।’
बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर हमने 2024 में सत्ता परिवर्तन नहीं किया तो यह लोकसभा का आखिरी चुनाव होगा, इसलिए लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए हमें(विपक्षी दलों) एक साथ रहना है और चुनाव लड़ना है।
लोकसत्ता के अनुसार इसी के तहत आज (23 जून) को पटना में विपक्षी दलों की बैठक आयोजित की गई है। इसमें देशभर की करीब 20 पार्टियों के नेता के शामिल होने की जानकारी है। इस बैठक के लिए शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे, सांसद संजय राउत महाराष्ट्र से रवाना होकर पटना पहुंच गए हैं। इसके बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और एनसीपी नेता भी बैठक में शामिल होने के लिए पटना आ चुके हैं। इस बैठक में जाने से पहले शरद पवार ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत की।
शरद पवार से पूछा गया कि विपक्षी दलों की पटना में बैठक हो रही है इस बैठक में विपक्ष की क्या रणनीति तय होगी? इस पर शरद पवार ने कहा -‘वह आज नहीं कहा जा सकता।’ इस बैठक में देश के सामने मौजूद अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। कुछ राज्यों में मणिपुर में अस्थिरता जैसे गंभीर मुद्दे हैं जिन पर वहां चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि इस वक्त बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों के कई बड़े नेता जैसे राहुल गांधी, सीएम नितीश कुमार, ममता बनर्जी समेत कई नेता और प्रतिनिधि मौजूद हैं।