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सोनभद्र में शिवद्वार मंदिर पर आगामी श्रावण मास में लगने वाले कांवरिया मेला को लेकर की गई बैठक

सोनभद्र से रामेश्वर सोनी की स्पेशल रिपोर्ट 

घोरावल (सोनभद्र) :- थाना क्षेत्र घोरावल के प्राचीन उमा महेश्वर शिवद्वार मंदिर पर आगामी श्रावण मास में लगने वाले कांवरिया मेला और हर सोमवार को लगने वाली जलाभिषेक के लिए भीड़ के दृष्टिगत आज मंदिर परिसर में उपजिलाधिकारी रमेश कुमार, क्षेत्रधिकारी घोरावल अमित कुमार, थाना प्रभारी घोरावल अंजनी कुमार राय, चौकी प्रभारी शिवद्वार धर्मनाथ के साथ सभी मंदिर प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की गई।

जिसमें मंदिर में लगने वाले मेले के दौरान श्रद्धालुओं की व्यवस्था के दृष्टिगत बैरिकेडिंग बैरियर,पानी की व्यवस्था, शौचालय बिजली व्यवस्था सीसीटीवी कैमरा और का पेयजल साफ-सफाई और कांवरियों के मार्ग को साफ सुथरा रखने और मार्ग में लगने वाले भंडारे और जलपान आदि की चर्चा की गई इस अवसर पर शिवद्वार मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारी, ग्राम प्रधान और एवं कांवड़ सेवा में कार्य करने वाले स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे।

शिव द्वार मंदिर प्रबंध समिति के पदाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि बेलन नदी में पुल के पास तथा शिवद्वार मंदिर के पीछे नवनिर्मित तालाब के पास विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था लगाई जाए जिससे कोई भी श्रद्धालु के साथ कोई दुर्घटना ना होने पाए। साथ ही जगह जगह पर सावधानी रखने वाले पंपलेट बैनर सूचना हेतु लगाए जाएंगे। मंदिर परिसर में रेल प्रबंधन को लेकर 5 बैरियर बनाए जाएंगे साथ ही बड़े वाहनों को डायवर्ट करने के लिए घोरावल कस्बे में को हरदा मोड़ के पास ही बैरियर बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त तीसरे और चौथे सोमवार को विजयगढ़ दुर्ग किले से चलने वाली डाक बम की सुरक्षा मार्ग व्यवस्था एवं रात्रि में उनके रुकने के स्थानों पर विशेष तौर पर निगरानी रखे जाने की पुलिस और प्रशासन से मंदिर समिति के सदस्यों ने अपील की है। भीड़ प्रबंध हेतु मंदिर समिति के स्वयंसेवकों के साथ साथ स्काउट गाइड के बच्चे भी रहेंगे जिनके लिए विशेष परिचय पत्र जारी किया जाएगा तथा वाहनों के लिए पास में जारी किए जाएंगे। इस वर्ष श्रावण मास में मध्य में एक पुरुषोत्तम मास होने के कारण कुल 8 सोमवार पढ़ेंगे जिसमें से प्रथम दो तथा अंतिम के सोमवार विशेष तौर पर महत्वपूर्ण होंगे । यह भी निर्णय लिया गया है कि पुलिस प्रशासन एवं मंदिर समिति के लोगों से प्रत्येक सोमवार से दो-तीन दिन पूर्व शुक्रवार अथवा शनिवार को नियमित रूप से बैठक कर आगे की कार्य योजना एवं आने वाली चुनौतियों से निपटने की व्यवस्था व तैयारी की जाएगी। जिन ग्राम पंचायतों से होकर कांवड़ मार्ग गुजरते हैं। वहां के प्रधानों से भी बैठक कर कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने हेतु सहयोग प्राप्त किया जाएगा तथा नगर पंचायत घोरावल में जनप्रतिनिधियों एवं नगर पंचायत विभाग के कर्मियों के साथ भी बैठक का आयोजन किया जाएगा।

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