गांधीनगर (गुजरात):- अरब सागर में 10 दिनों तक छाये रहने के बाद चक्रवात बिपरजॉय ने गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के नजदीक दस्तक दे दी। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों के साथ चक्रवात ‘बिपरर्जॉय’ के प्रभाव की समीक्षा की।
मौसम विभाग ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तरी अरब सागर से 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सौराष्ट्र तट के करीब पहुंचा। इसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक भी हो सकती है। तूफान की वजह से सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर 10 से 14 मीटर तक ऊंची लहरें उठीं।
तेज हवाओं की वजह से सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में पेड़ और खंभे गिरने की घटनाएं भी सामने आईं। लैंडफॉल से पहले तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई व तेज हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कई जगहों की बिजली काट दी गई। स्कूलों को बंद किया गया है।
चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ का असर राजस्थान के कुछ इलाकों में भी देखने को मिला जहां जालोर और बाड़मेर जिले में कई जगह भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात कुछ जगहों पर 60-70 मिलीमीटर बारिश हुई है। आज भी इन दोनों जिलों और इनके आसपास के इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने संभावना जताई जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि जालोर में आज सुबह तक 69 मिली मीटर बारिश हो चुकी है और अभी भी बारिश जारी है। विभाग ने चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए 16 जून को बाड़मेर और जालोर जिले के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है
जोधपुर जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर जिले में संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्र आगामी 17 जून तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। मौसम विज्ञान विभाग जयपुर की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के सक्रिय होने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए सतर्कता बरतते हुए ये कदम उठाया गया है। जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को 17 जून तक बंद किया गया है।
गुजरात में चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ का प्रभाव देखने को मिल रहा है। NDRF के जवानों ने कच्छ के लखपत में सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने का अभियान चलाया। वहीं द्वारका में सड़क किनारे लगे बोर्ड और होडिंग्स उखड़ गए। NDRF के जवान सुबह से इन्हें हटाने का काम में लगे हुए हैं।
चक्रवात का असर 17 जून की शाम से इसका असर कम हो जाएगा। लेकिन यह उत्तर पूर्व दिशा की तरफ बढ़ता रहेगा। यहां से यह दक्षिण राजस्थान तक जा सकता है। उत्तर गुजरात में इसकी वजह से 17 जून तक तेज बारिश हो सकती है। दिल्ली में भी इसका असर 18 व 19 जून को दिखेगा। मध्य प्रदेश, गोवा, पंजाब, हरियाणा में भी मौसम में बदलाव आएगा।
अरब सागर में उठा चक्रवात का गुरुवार रात गुजरात में लैंडफॉल हो चुका है। गुजरात के जखाई पोर्ट पर बिपरजॉय समुद्र तट से टकराया। अब ये नॉर्थ गुजरात और राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में अलर्ट जारी किया है। IMD का कहना है
गुजरात में गुरुवार को आए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर नोएडा-ग्रेनो में 18 और 19 जून को नजर आ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, दोनों दिन तेज हवाओं के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं, गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञ प्रदीप पलावत ने बताया कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर शहर में 18 और 19 जून को नजर आएगा। इन दिनों 25 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ जोरदार बारिश हो सकती है। आगे के दिनों में गर्मी से काफी हद तक राहत रहेगी। सप्ताह भर बारिश की संभावना के चलते शहर का अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।
गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज 2:30 बजे नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था। इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 16 जून की सुबह तक चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने और उसी शाम तक दक्षिण राजस्थान में चक्रवात के डिपरेशन में जाने की उम्मीद है।
गुजरात तट से 17 मई, 2021 में तौकते तूफान टकराया था। अरब सागर में उठा बिपरजॉय इस साल का पहला तूफान है। बिपरजॉय अरब सागर का सबसे लंबा तूफान भी बन चुका है। इसकी लाइफ 10 दिन 12 घंटे की है। इससे पहले 2019 में आए क्यार की लाइफ 9 दिन 15 घंटे की थी।
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