गांधीनगर (गुजरात):- गुजरात में बिपरजाॅय के कारण 23 लोग घायल हुए और 24 पशुओं की मौत हो गई। चक्रवात के आने से पहले दो लोगों की जान चली गई थी। गुजरात के कई इलाकों में बिपरजॉय तूफान का खासा असर देखने को मिल रहा है। तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। तूफान के कारण कई पेड़ और खंभे गिर गए हैं। कई इलाकों में बत्ती गुल हो गई है। गुरुवार शाम बिपरजॉय का लैंडफॉल हुआ था। इसके प्रभाव को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं।
पिता-पुत्र की मौत
भावनगर जिले में बाढ़ के खड्ड में फंसी अपनी बकरियों को बचाने की कोशिश के दौरान पिता और पुत्र की मौत हो गई। वही, देवभूमि द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोग घायल भी हुए हैं। तूफान अभी 13-14 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। तूफान की वजह से आज भी कच्छ, द्वारका और जामनगर में तेज हवा के साथ बारिश होगी।
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा। गुजरात सरकार ने कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट के पास वाले 7 जिलों से करीब 1 लाख से अधिक लोगों को निकालकर शेल्टर होम भेजा है। गुजरात में NDRF की 19 टीमें तैनात हैं। तूफ़ान बिपरजॉय के चलते कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, राजकोट और जूनागढ़ में नुकसान की आशंका है। आज सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात में भारी बारिश का अनुमान है। तूफान बिपरजॉय के चलते 9 राज्य भी अलर्ट पर हैं। इनमें गुजरात, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा शामिल हैं।
रविवार तक कमजोर पड़ जाएगा बिपरजॉय
रविवार को पूर्वी राजस्थान, उससे लगे हरियाणा, एमपी व यूपी के कुछ हिस्सों में बारिश देने के बाद यह सिस्टम बिल्कुल कमजोर हो जाएगा। इसके असर से रविवार तक मॉनसून फिलहाल वहीं अटका रहेगा जहां तक 11-12 जून को पहुंच चुका था।
द्वारका और भुज में बिजली की सप्लाई बंद
बिपरजॉय के कारण गुजरात के तटीय इलाकों में 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. बाद में हवा की रफ्तार कम होकर 108 किमी प्रति घंटा हो गई। इस दौरान भुज में 5 इंच तक बारिश हो चुकी है। वहीं, द्वारका और भुज में बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई है।