अयोध्या (उत्तर प्रदेश):- भगवान राम की नगरी अयोध्या में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मांस और शराब की बिक्री पर बैन लगा सकती है। हालंकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीधे तौर पर यहां किसी प्रकार के बैन लगाने की बात नहीं कही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के दौरान उन्होंने कहा था कि अयोध्या धर्मनगरी है। ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए यहां मांस (Meat) और मंदिरा (Liquor ) के उपयोग का निषेध होना चाहिए। सीएम ने सीधे तौर पर यहां ऐसे किसी प्रतिबंध की बात नहीं की है लेकिन बुधवार को अपने अयोध्या दौरे पर उन्होंने कहा कि अयोध्या धर्मनगरी है।
ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए यहां मांस-मदिरा के उपयोग का निषेध होना चाहिए। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और इस शहर को भारत की धार्मिक राजधानी बनाने को लेकर योगी आदित्यनाथ हर कोशिश कर रहे हैं।
अयोध्या में बहुत जोरों से राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या (Ayodhya) को भारत की धार्मिक राजधानी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी अयोध्या (Ayodhya) शहरी विकास का मॉडल होगी।
यहां चौबीस घंटे सातों दिन पानी उपलब्ध होगा। अयोध्या (Ayodhya) आने वाले हर श्रद्धालुओं को शांति, संतोष और आनंद के साथ वापस जाना चाहिए। कहा कि एनएच 27 बाइपास रे मोहबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्री राम जन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi) तक फोरलेन का 30 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। फोरलेन का 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रनवे का 84 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है।
योगी ने पुलिस से आम नागरिकों और पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के साथ संवेदनशील व्यवहार करने पर जोर दिया। साथ ही कानून-व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश भी दिए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हनुमानगढ़ी पहुंच कर दर्शन-पूजन किया और फिर निर्माणाधीन श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। अयोध्या के इस विशेष दौरे पर मुख्यमंत्री ने शासन स्तर के करीब दर्जन भर विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव गणों के साथ अयोध्या में संचालित विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अयोध्या के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख करते हुए अयोध्या को ‘नगरीय विकास के मॉडल शहर’ के रूप में विकसित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।