हाथरस:- उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं कितनी लचर हैं इसका उदाहरण हाथरस के जिला अस्पताल में देखने को मिला। यहां पिछले दो दिनों से एक मरीज इलाज के लिए भटक रहा है। सीएचसी से उसे पैर पर प्लास्टर की जगह कागज का फट्टा लगाकर रेफर कर दिया गया था।
मरीज के साथ आए तीमारदार आसिफ ने बताया कि 13 नवंबर को निशांत का कुछ लोगों से झगड़ा हो गया था। दूसरे पक्ष के लोगों ने झगड़े में निशांत का पैर तोड़ दिया।
जिसके बाद उसे उपचार के लिए सासनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने इलाज के नाम पर निशांत के पैर पर प्लास्टर की जगह कागज का फट्टा बांधकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पैर पर जिस तरह से प्लास्टर की जगह कागज के फट्टे का इस्तेमाल किया गया है। वह लोगों के लिए मजाक का विषय बना हुआ है।वहीं निशांत पिछले दो दिनों से इलाज के लिए दर-दर की ठोकर खा रहा है। निशांत के मुताबिक उसे अभी तक इलाज मुहैया नहीं कराया गया है।
उसने सीएमओ कार्यालय में भी मामले की शिकायत की है। मामले में एसीएमओ डा. नरेश गोयल ने बताया कि निशांत निवासी गांव धीमरपुरा थाना सासनी को उसका भाई सीएमओ कार्यालय लेकर आया है। निशांत का 13 नवंबर को आपसी झगड़ा हुआ था। जिसके बाद उसे उपचार के लिए सीएचसी सासनी ले जाया गया था। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। मरीज व उसके परिजन एक्स-रे कराना चाहते हैं। डॉक्टर देख रहे हैं कि आखिर एक्स-रे की जरूरत है भी या नहीं। प्रकरण की जांच की जा रही है। मरीज के परिजनों को सलाह दी गई है कि वे मरीज को लेकर इधर उधर न भटकें। मरीज का जिला अस्पताल में उपचार कराएं।