प्रयागराज:- इन दिनों रोज कहीं ना कहीं से भूकंप के झटकों की खबरें सामने आ रही हैं। इस क्रम में आज सोमवार दोपहर को प्रयागराज में भूकंप के झटके महसूस किए जाने की सूचना है।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में भी धरती के कांपने के समाचार मिले हैं। इससे पहले 12 नवंबर को, दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए थे। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से लगभग 101 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में नेपाल में 5.4-तीव्रता का भूकंप आया था। भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सोमवार तड़के 3:42 बजे झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने कहा कि मध्य प्रदेश के सिंगरौली में सोमवार दोपहर करीब 2.35 बजे 3.2 तीव्रता का भूकंप आया। 12 नवंबर, शनिवार को, नेपाल में भूकंप के झटके दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रात करीब 8 बजे महसूस किए गए। पड़ोसी देश में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5 से अधिक मापी गई। इससे पहले 9 नवंबर को नेपाल में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें बच्चों समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी।
एनसीएस ने कहा था कि भूकंप सुबह करीब 1.57 बजे और नेपाल में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। उस भूकंप के झटके राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए। 19 अक्टूबर को काठमांडू के पास 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। एनसीएस के अनुसार, भूकंप दोपहर करीब 2.52 बजे काठमांडू से 53 किलोमीटर पूर्व में आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।
राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र (एनईएमआरसी) के अनुसार, 31 जुलाई को काठमांडू से 147 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व में सुबह 8.13 बजे खोतांग जिले के मार्टिम बिरता के आसपास 6 तीव्रता का भूकंप आया। 2015 में काठमांडू और पोखरा के बीच, मध्य नेपाल में रिक्टर पर 7.8 तीव्रता का एक उच्च तीव्रता वाला भूकंप आया था। यह अनुमान लगाया गया था कि इसमें 8,964 लोग मारे गए थे और 22,000 के करीब घायल हो गए थे।