नई दिल्ली :- अमेरिका-चीन की तर्ज पर तीनों सेनाओं को मिलाकर थियेटर कमान बनाने की दिशा में भले ही विलंब हुआ है, लेकिन नए साल में एक थियेटर कमान आकार ले सकती है। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि यह एयर डिफेंस कमान होगी।
इसके स्वरूप पर वायुसेना के साथ चर्चा करीब-करीब पूरी हो चुकी है। अभी एयर डिफेंस से जुड़ा फैसला वायुसेना के अलावा अपने-अपने इलाकों में थल एवं नौसेना भी करती है।
सूत्रों ने कहा कि देश में गठित होने वाली पहली थियेटर कमान एयर डिफेंस कमान होगी। यह मार्च 2023 से पहले आकार ले लेगी। यह कमान पूरी तरह से वायुसेना के नियंत्रण में होगी। वायुसेना प्रमुख के पास ही इसके संचालनात्मक अधिकार होंगे। हालांकि, थियेटर कमान का एक अलग से प्रमुख भी होगा जो एयर मार्शल रैंक का अधिकारी होगा। थियेटर कमान के गठन में वायुसेना ने कुछ आपत्तियां दर्ज कराई गई थी। सबसे बड़ी आपत्ति यह थी कि इस प्रकार की कमान गठित होने में निर्णय लेने की प्रक्रिया के ज्यादा स्तर नहीं बनने पाएं, जिससे ऐन वक्त पर निर्णय लेने में विलंब हो। सूत्रों की मानें तो इस मामले में निर्णय लेने के व्यवस्था पूर्ववत रहेगी।
एयर डिफेंस कमान: वायुसेना का नियंत्रण होगा। एयर मार्शल रैंक का अधिकारी प्रमुख होगा।
समुद्री कमान: इस कमान पर पूर्ण अधिकार नौसेना प्रमुख के पास रहेगा।
पूर्वी एवं पश्चिमी: दोनों कमान के मामले में निर्णय थल सेना प्रमुख लेंगे।
अभी कितनी कमान?
मौजूदा समय में तीनों सेनाओं की कुल 17 कमान हैं। इन्हें चार या पांच कमानों में परिवर्तित किया जा रहा है। एयर डिफेंस, समुद्री, पूर्वी और पश्चिमी कमान पहले बनेगी।
आगे क्या?
चार कमान बनने के बाद एक लॉजिस्टिक कमान बनेगी। हालांकि, भविष्य की युद्धक चुनौतियों के मद्देनजर एक अंतरिक्ष कमान भी बनाने की दूरगामी योजना है।