एटा (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश के एटा जिले में अस्पताल कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। लापरवाही के कारण एक मासूम की जान चली गई। बुखार से पीड़ित लड़की 4 घंटे से तड़प रही थी लेकिन ऑक्सीजन की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसके चलते अंत में पीड़िता के भाई ने उसे उठाकर दूसरे अस्पताल ले जाने को सोचा और रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई। एटा के वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में शनिवार को बुखार पीड़ित चार साल की बच्ची ऑक्सीजन के अभाव में डेढ़ घंटे तड़पती रही। पहले मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की पाइपलाइन में लगा बॉल्व धोखा दे गया। बाद में आगरा ले जाने के लिए दो एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं मिली। तीसरी एंबुलेंस आने पर उसे आगरा भेजा गया, लेकिन यह देरी बच्ची की मौत की वजह बन गई। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत से परिवार में कोहराम मच गया।
थाना निधौली कलां क्षेत्र के गांव नगला फकीर निवासी मुकेश कुमार की चार वर्षीय बेटी मन्नू बुखार से पीड़ित थी। शनिवार की सुबह करीब छह बजे उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। यहां चिकित्सकों ने बुखार और निमोनिया बताया। सीनियर रेजीडेंट की अनुपस्थिति में जूनियर रेजीडेंट डॉ. शिवम ने बीमार बच्ची का उपचार शुरू किया।