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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने कहा है कि राज्य की योगी सरकार का बजट प्रदेश की जनता की सबसे बड़ी और मूल समस्याओं को संबोधित नहीं करता है.
पार्टी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है प्रदेश में बेरोजगारी और किसानों का संकट सबसे बड़ी समस्या है. इन दोनों के समाधान के लिए बजट में कुछ नहीं कहा गया है. केंद्र सरकार की ही तरह प्रदेश सरकार ने भी किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का जुमला फेंका है, लेकिन प्रदेश में आवारा पशुओं द्वारा किसानों की फसलें बर्बाद किया जाना, किसानों को अपनी उपज को औने-पौने दाम में बाजार में बेचने के लिए मजबूर होना, गन्ना किसानों का हजारों करोड़ बकाया आदि से स्पष्ट है कि किसानों की स्थिति बद से बदतर होने जा रही है.
बयान में कहा गया कि बजट में बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए रोजगार देने का कोई प्रावधान नहीं दिया गया है.
पार्टी के राज्य सचिव मण्डल ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राज्य कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल का समर्थन किया है और सरकार द्वारा कथित रूप से कर्मचारियों का उत्पीड़न करने और एस्मा लगाने का तीव्र विरोध किया है.
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