नई दिल्ली :- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) का चौथा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक जारी किया। मंडाविया ने एफएसएसएआई द्वारा विभिन्न नवीन पहलों की शुरूआत की, जिसमें ईट राइट रिसर्च अवार्डस और ग्रांट्स – फेज द्वितीय, ईट राइट क्रिएटिविटी चैलेंज – फेज तृतीय (विद्यालय स्तर पर एक प्रतियोगिता), आयुर्वेद आहार के लिए लोगो शामिल हैं।
खाद्य सुरक्षा के पांच मानकों पर राज्यों के प्रदर्शन को मापने के लिए राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक जारी किया गया है। एसएफएसआई की शुरूआत 2018-19 से देश में खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में प्रतिस्पर्धी और सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से की गई थी। सूचकांक लोगों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में मदद करेगा।
इस अवसर पर, मंडाविया ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र और पोषण का गहरा संबंध है और एक समृद्ध भारत के लिए, हमें एक स्वस्थ भारत की आवश्यकता है और एक स्वस्थ भारत के लिए, हमें स्वस्थ नागरिक की आवश्यकता है।
मंडाविया ने आगे कहा कि सरकार देश के प्रत्येक नागरिक के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है और इसके लिए वह प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल मोचरें पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि खाद्य सुरक्षा और स्वस्थ खाद्य प्रथाओं को सुनिश्चित करने में राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह समय की आवश्यकता है कि हम एक स्वस्थ राष्ट्र सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आएं।
स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न ई-बुक्स का भी विमोचन किया जो तेल मुक्त खाना पकाने और चीनी रहित डेसर्ट के बारे में नवीन व्यंजनों की वकालत करती हैं।