कानपुर: कानपुर हिंसा मामले में मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ जारी है। हयात जफर हाशमी पर हिंसा फैलाने और लोगों को भड़काने का आरोप है। जफर हयात हाशमी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों को कानपुर में बाजार बंद करने और जेल भरो आंदोलन की अपील की थी। इसके पहले उसका नाम CAA-NRC के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में भी सामने आया था।
कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के के बाद हिंसा भड़की। एक न्यूज डिबेट में बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने कथित रुप से पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नाराज थे। इसके विरोध में मुस्लिम पक्ष ने जुलूस निकाला था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। पुलिस ने हिंसा में शामिल 35 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। हिंसा की शुरुआत यतीमखाना इलाके की मुख्य सड़क और बाजार से हुई। धर्म के नाम पर सामने आए दो गुटों के बीच पहले बहस हुई। इसके बाद टकराव हुआ और फिर पथराव हुए।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तबतक जमकर बवाल काटा गया। सड़कों पर पत्थर पसरे हुए थे। बाजार बंद थे। पुलिस ने जब दंगाइयों को खदेड़ा तो उनपर भी पत्थर फेंके गए। जिसमें कई पुलिस वाले भी जख्मी हुए। हालांकि कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी की गिरफ्तारी के मामले को लेकर परिवार के लोगों का कहना है कि वे हमें मिल नहीं रहे हैं। हमने काफी खोजा है। जफर हयात की पत्नी का दावा है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए बंद को वापस लिया गया था।