नई दिल्ली:- हाल ही में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस पीएसयू की समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने इन उपक्रमों की भूमिका की सराहना की और उन्हें आधुनिक युद्ध की उभरती तकनीकों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। इस बैठक में रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने डिफेंस पीएसयू के वित्तीय प्रदर्शन, अनुसंधान और विकास, और स्वदेशीकरण प्रयासों की जानकारी दी।
रक्षा मंत्री के निर्देश
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस पीएसयू को नवीनतम तकनीकों के उत्पादन में वृद्धि करने और उभरते क्षेत्रों में अधिक अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम देश की रक्षा उद्योग आधार को मजबूत करेगा और डिफेंस पीएसयू की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर में डिफेंस पीएसयू की भूमिका
रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की तैयारियों में डिफेंस पीएसयू की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन उपक्रमों ने स्वदेशी उत्पादों और सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग किया है।
डिफेंस पीएसयू के प्रदर्शन की समीक्षा
रक्षा मंत्री ने डिफेंस पीएसयू के प्रदर्शन की समीक्षा की और उनके द्वारा उत्पादन मूल्य में हुई वृद्धि की सराहना की। हालांकि, उन्होंने समयबद्ध तरीके से सशस्त्र बलों और अन्य ग्राहकों को उत्पादों की आपूर्ति करने के महत्व पर भी जोर दिया।
रक्षा उद्योग आधार को मजबूत करने के प्रयास
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार रक्षा औद्योगिक आधार को मजबूत करने और डिफेंस पीएसयू की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास देश की रक्षा तैयारियों को बढ़ाएगा और डिफेंस पीएसयू को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
भारतीय रक्षा पीएसयू के लिए समय आ गया है कि वे अपने प्रदर्शन में सुधार करें और देश की रक्षा तैयारियों में महत्वपूर्ण योगदान करें। रक्षा मंत्री के निर्देश और सरकार की प्रतिबद्धता के साथ, डिफेंस पीएसयू को अपने उत्पादन, अनुसंधान और विकास में वृद्धि करने और देश की रक्षा उद्योग आधार को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। यदि वे ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो उन्हें रास्ता छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए ।