नई दिल्ली:- दिल्ली पुलिस ने हाल ही में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत, दिल्ली से पिछले 6 महीनों में कम से कम 770 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को उनके देश वापस भेजा गया है। यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से मिली है।
दिल्ली पुलिस का अभियान
दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासियों की पहचान करने और उन्हें निर्वासित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत, पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले संदिग्ध अवैध प्रवासियों के दस्तावेजों की जांच की। जांच में जिन लोगों के दस्तावेज सही नहीं पाए गए, उन्हें निर्वासित कर दिया गया।
निर्वासन की प्रक्रिया
निर्वासन की प्रक्रिया के तहत, अवैध प्रवासियों को पहले विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के समक्ष पेश किया जाता है। इसके बाद, उन्हें उनके देश वापस भेज दिया जाता है। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में 7 बांग्लादेशी नागरिकों को निर्वासित किया है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल थीं।
आंकड़े
दिल्ली पुलिस के अनुसार, पिछले 6 महीनों में दिल्ली से 770 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को निर्वासित किया गया है। यह आंकड़ा केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों पर आधारित है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने 34,265 संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की जांच की, जिनमें से 33,217 के दस्तावेज सही पाए गए ।
सरकार की कार्रवाई
सरकार ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत, राज्यों को बांग्लादेश और म्यांमार से आए संदिग्ध अवैध प्रवासियों के दस्तावेजों की जांच करने के लिए 30 दिनों का समय दिया गया था। अगर उनके दस्तावेज सत्यापित नहीं हुए, तो उन्हें देश से निर्वासित कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की संख्या में कमी आने की संभावना है। सरकार की कार्रवाई से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अवैध प्रवासी देश में न रहें और उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, जिससे अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके ।